कौन सा कृत्रिम लेंस बेहतर है – मोनोफोकल या मल्टीफोकल?

कौन सा कृत्रिम लेंस बेहतर है – मोनोफोकल या मल्टीफोकल

मोतियाबिंद से ग्रस्त आंखों को फिर से रोशनी देना अब पूरी तरह संभव है, आधुनिक कृत्रिम लेंस इम्प्लांट के जरिए।
आज मोनोफोकल और मल्टीफोकल लेंस के बीच चुनाव करते समय सही जानकारी बेहद जरूरी है। यह लेख आपको देगा स्पष्ट दृष्टिकोण, ताकि आप अपने लिए सबसे उपयुक्त लेंस चुन सकें।

कृत्रिम लेंस इम्प्लांट और मोतियाबिंद सर्जरी का महत्व

मोतियाबिंद, यानी आंख के प्राकृतिक लेंस का धुंधलापन, एक सामान्य नेत्र समस्या है जो उम्र के साथ विकसित होती है। जब मोतियाबिंद इतना गंभीर हो जाए कि व्यक्ति की दैनिक गतिविधियाँ प्रभावित होने लगे, तो मोतियाबिंद सर्जरी आवश्यक हो जाती है। इस सर्जरी के दौरान धुंधले लेंस को हटाकर उसकी जगह एक “कृत्रिम लेंस” (Intraocular Lens – IOL) लगाया जाता है, जिससे दृष्टि फिर से स्पष्ट हो जाती है। यह प्रक्रिया नेत्र चिकित्सा की सबसे सफल और सुरक्षित सर्जरियों में से एक मानी जाती है।

मोतियाबिंद सर्जरी के दौरान लेंस इम्प्लांट की आवश्यकता

प्राकृतिक लेंस को हटाने के बाद यदि उसकी जगह कृत्रिम लेंस न लगाया जाए, तो आंख की प्रकाश को फोकस करने की क्षमता खत्म हो जाती है। इसलिए, दृष्टि को सामान्य बनाए रखने के लिए कृत्रिम लेंस का इम्प्लांट अनिवार्य है। यह लेंस आंख के भीतर स्थायी रूप से लगाया जाता है और यह ऑपरेशन के तुरंत बाद काम करना शुरू कर देता है।

विभिन्न प्रकार के कृत्रिम लेंस उपलब्ध

कृत्रिम लेंस कई प्रकार के होते हैं, जिनमें मोनोफोकल, मल्टीफोकल, टोरिक और एकोमोडेटिव लेंस शामिल हैं। प्रत्येक प्रकार की अपनी विशेषताएं और उपयुक्तता होती है, जिन्हें व्यक्ति की जरूरत और जीवनशैली के अनुसार चुना जाता है। इस लेख में हम विशेष रूप से “मोनोफोकल” और “मल्टीफोकल” लेंस पर केंद्रित रहेंगे।

मोनोफोकल लेंस क्या है और यह कैसे काम करता है?

मोनोफोकल लेंस एक प्रकार का कृत्रिम लेंस होता है जो केवल एक दूरी या तो पास या दूर की स्पष्ट दृष्टि प्रदान करता है। यह लेंस आमतौर पर दूर की दृष्टि के लिए सेट किया जाता है, जिससे पढ़ने के लिए चश्मे की आवश्यकता होती है। यह सरल और विश्वसनीय विकल्प होता है।

मोनोफोकल लेंस की विशेषताएँ

  • केवल एक फोकस दूरी (आमतौर पर दूर की)
  • सरल डिजाइन और कम जटिलता
  • ऑपरेशन के बाद कम दृश्य विकृति
  • नाइट विजन में बेहतर प्रदर्शन

किस प्रकार की दृष्टि के लिए उपयोगी है?

मोनोफोकल लेंस उन लोगों के लिए आदर्श होते हैं जिन्हें मुख्य रूप से दूर की स्पष्ट दृष्टि की आवश्यकता होती है, जैसे कि वाहन चलाते समय या बाहर की गतिविधियों में। पढ़ने या नजदीक का काम करने के लिए उन्हें पढ़ने वाले चश्मे की जरूरत पड़ सकती है।

मोनोफोकल बनाम मल्टीफोकल लेंस – मुख्य अंतर

दूर और पास की दृष्टि में सुधार में अंतर

मोनोफोकल लेंस सिर्फ एक दूरी पर फोकस करते हैं, जबकि मल्टीफोकल लेंस एक साथ कई दूरियों को कवर करते हैं। इसलिए, मल्टीफोकल लेंस अधिक बहु-प्रयोजनीय होते हैं।

नाइट विज़न और चमक (ग्लेयर) का प्रभाव

मोनोफोकल लेंस आमतौर पर नाइट विजन में बेहतर प्रदर्शन करते हैं क्योंकि उनका डिजाइन सरल होता है, जबकि मल्टीफोकल लेंस में ग्लेयर या हैलो की संभावना अधिक होती है।

कीमत और बीमा कवरेज में अंतर

मोनोफोकल लेंस की कीमत कम होती है और यह अधिकतर सरकारी व निजी बीमा योजनाओं में शामिल होता है। वहीं मल्टीफोकल लेंस की कीमत अधिक होती है और बीमा में इसका कवरेज सीमित होता है।

किसे मोनोफोकल लेंस चुनना चाहिए?

जो लोग केवल दूर या पास की स्पष्ट दृष्टि चाहते हैं –

यदि आपको सिर्फ एक प्रकार की दूरी पर दृष्टि सुधार की आवश्यकता है, तो मोनोफोकल लेंस एक अच्छा विकल्प है।

जो कम रोशनी में बेहतर नज़र चाहते हैं –

मोनोफोकल लेंस नाइट विज़न में अधिक स्पष्टता देते हैं, जो रात्रि में गाड़ी चलाने वाले लोगों के लिए आदर्श है।

जो अधिक किफायती विकल्प चाहते हैं –

यदि बजट सीमित है और बीमा कवरेज महत्वपूर्ण है, तो मोनोफोकल लेंस अधिक उपयुक्त रहते हैं।

किसे मल्टीफोकल लेंस चुनना चाहिए?

जो बिना चश्मे के दूर और पास की स्पष्ट दृष्टि चाहते हैं –

मल्टीफोकल लेंस उन लोगों के लिए उपयुक्त हैं जो चश्मे की निर्भरता से मुक्ति चाहते हैं।

जो सक्रिय जीवनशैली जीते हैं और अधिक सुविधा चाहते हैं –

यदि आपका जीवनशैली गतिशील है और आप कई कार्यों में व्यस्त रहते हैं, तो मल्टीफोकल लेंस बेहतर विकल्प हैं।

जो हल्के ग्लेयर और हलो को समायोजित कर सकते हैं –

यदि आप थोड़ी बहुत चमक या हल्के विज़न प्रभाव को सहन कर सकते हैं, तो यह लेंस आपके लिए सही रहेगा।

निष्कर्ष: आपके लिए कौन सा लेंस सही है

डॉक्टर से परामर्श लेकर सही लेंस चुनें – हर व्यक्ति की आंखों की स्थिति, दृष्टि आवश्यकताएं और जीवनशैली अलग होती है। इसलिए लेंस का चुनाव करने से पहले किसी अनुभवी नेत्र चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।

अपनी जीवनशैली और दृष्टि आवश्यकताओं के अनुसार निर्णय लें – यदि आप कम बजट में स्थिर दृष्टि चाहते हैं, तो मोनोफोकल लेंस चुनें। यदि आप चश्मे से मुक्ति और अधिक सुविधा चाहते हैं, तो मल्टीफोकल लेंस एक बेहतर विकल्प हो सकता है।

FAQs

क्या मल्टीफोकल लेंस से हमेशा चश्मे की जरूरत खत्म हो जाती है?

नहीं, अधिकांश मामलों में चश्मे की आवश्यकता बहुत कम हो जाती है, लेकिन कभी-कभी विशेष कार्यों के लिए हल्का चश्मा जरूरी हो सकता है।

क्या मोनोफोकल लेंस से दृष्टि अधिक स्पष्ट होती है?

हां, दूर या पास की दिशा में मोनोफोकल लेंस एक ही दूरी पर अधिक स्पष्ट और स्थिर दृष्टि प्रदान करता है।

क्या दोनों आंखों में अलग-अलग प्रकार के लेंस लगाए जा सकते हैं?

हां, कुछ मामलों में एक आंख में मोनोफोकल और दूसरी में मल्टीफोकल लेंस लगाए जाते हैं, लेकिन यह निर्णय डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है।

क्या लेंस इम्प्लांट के बाद कोई साइड इफेक्ट होते हैं?

बहुत कम मामलों में हल्की सूजन, चकाचौंध या संक्रमण हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाता है।

क्या लेंस इम्प्लांट आजीवन टिकाऊ होते हैं?

हां, कृत्रिम लेंस आमतौर पर जीवनभर के लिए टिकाऊ होते हैं और उन्हें बदलने की आवश्यकता नहीं होती।

कौन सा कृत्रिम लेंस बेहतर है – मोनोफोकल या मल्टीफोकल

कौन सा कृत्रिम लेंस बेहतर है – मोनोफोकल या मल्टीफोकल?